Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps February 22, 2017 ******************* प्यार वो हम को बेपनाह कर गये,फिर ज़िनदगीं में हम को, तन्नहा कर गये, चाहत थी उनके इश्क में,फ़नाह होने की, पर वो लौट कर आने को,भी मना कर गये.. ******************* Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Comments anoop bhattJune 9, 2017 at 1:29 AMwa wa maja aagya kavi ji ReplyDeleteRepliesReplyGove NaukriAugust 15, 2017 at 10:29 PMbhi or sayri bhi likho yaar ReplyDeleteRepliesReplyNEERAJ SILORISeptember 24, 2017 at 2:53 AMOkkk ReplyDeleteRepliesReplyAdd commentLoad more... Post a Comment
February 21, 2017 बुझने लगी हो आंखे तेरी , चाहे थमती हो रफ्तार उखड़ रही हो सांसे तेरी , दिल करता हो चित्कार दोष विधाता को ना देना , मन मे रखना तू ये आस “रण विजयी” बनता वही , जिसके पास हो “आत्मविश्वास” Read more
February 21, 2017 मंजिले उन्ही को मिलती है जिनके सपनो में जान होती है पंखो से कुछ नहीं होता होसलो से उडान होती है॥ Read more
Bewafai ki baad..बेवफाई के बाद February 21, 2017 हर ध्ड्रकन में एक राज्र होता हर बात को बताने का एक अंदाज्र होता है जब तक ठोकर न लगे बेवफाई की हर किसी को अपने प्यार पे नाज्र होता है 💗 Read more
wa wa maja aagya kavi ji
ReplyDeletebhi or sayri bhi likho yaar
ReplyDeleteOkkk
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